बालोद में सड़क हादसे
बालोद जिला सड़क हादसों के लिहाज से राज्य में काफ़ी चर्चा में है। बीते कुछ महीनों में ट्रक-कार टक्कर, बाइक दुर्घटनाएँ, पैदल यात्रियों से जुड़े गंभीर मामले लगातार सामने आए हैं।
- अगस्त 2025: पुरूर थाना क्षेत्र में ट्रक-टैंकर की भयानक भिड़ंत हुई, जिसमें ड्राइवर और हेल्पर की मौत हो गई तथा तीन लोग घायल हुए।
- सितंबर 2025: मुख्यालय में नेशनल हाईवे पर गौवंश को बचाने की कोशिश में चारपहिया पलट गया, 68 वर्षीया मानबाई की मौके पर मौत हो गई, तीन लोग घायल हुए। प्रशासन की अनदेखी और गौवंश की समस्या से जयादा दुर्घटनाएँ हो रही हैं।
- सितंबर 2025: दल्लीराजहरा-दुर्ग रोड पर यात्री बस पेड़ से टकराई, 40 लोगों की जान जोखिम में थी, 5 गंभीर घायल। प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया।
- अगस्त 2025: डौंडीलोहारा-अछोली में तेज रफ्तार ट्रक से टक्कर में मोटरसाइकिल पिता-पुत्री की मौत, माँ व परिवार में मातम।
- मार्च 2025: अर्जुन्दा के पास खड़े ट्रक से बाइक टकराई, तीन दोस्तों की मौके पर मौत। अक्टूबर 2024 में भानुप्रतापपुर-दल्ली राजहरा मार्ग पर ट्रक-कार भिड़ंत में 6 लोगों की मौत, 7 घायल हुए।
- मार्च 2025: सांकरा-मटिया मोड़ पर तीन बाइकें आपस में भिड़ीं, दो साल की बच्ची सहित तीन की मौत, पांच घायल।
बालोद में चोरी की घटनाएँ
गांवों और कस्बों के इलाकों में रात के समय चोरी की घटनाएँ बड़े स्तर पर सामने आई हैं। चोरी के सामान्य तौर-तरीकों में बंद घरों को निशाना बनाना, खेतों से मोटर पंप व कृषि उपकरण चोरी, दुकानों की ताले तोड़ना, तथा पेट्रोल पंप और धार्मिक स्थलों से सामान चोरी सबसे अधिक देखने को मिल रहा है।
पिछले कुछ सप्ताहों में पुलिस ने कई ठगों को पकड़ा और चोरी के मामलों का खुलासा किया।
जनता की जागरूकता बढ़ी है, मगर पुलिस गश्त, CCTV निगरानी और इलाकाई सतर्कता की और ज्यादा ज़रूरत है।
महिलाओं और बुजुर्गों की सुरक्षा के लिए प्रशासन जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित कर रहा है।
सामाजिक कार्यक्रम
बालोद में विभिन्न सामाजिक गतिविधियाँ व जागरूकता अभियान लगातार होते रहते हैं:
- महिला सशक्तिकरण: पंचायत व सामाजिक संगठनों द्वारा प्रशिक्षण, स्वास्थ्य कैम्प, और स्वच्छता अभियान आयोजित किए गए।
- बाल विकास: आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जागरूकता सभा, बच्चों व किशोरियों के लिए स्वास्थ्य कैंप लगाये गये।
- पर्यावरण: वृक्षारोपण व स्वच्छता अभियान चलाए गये।
- शिक्षा: ग्रामीण लाइब्रेरी, डिजिटल साक्षरता व प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम: तीज-त्यौहार, सामूहिक खेलकूद, एवं स्थानीय कलाकारों द्वारा रंगारंग प्रस्तुतियाँ।
सुझाव व निष्कर्ष
बालोद की सड़क सुरक्षा के लिए जनजागरूकता, नियम पालन और प्रशासनिक सख्ती जरूरी है।
- वाहन चालकों को ट्रैफिक नियमों का पालन करना चाहिए।
- तेज रफ्तार, नशे में वाहन न चलाने की अपील बार-बार की जा रही है।
- सड़क किनारे गौवंश की समस्या पर ठोस कार्रवाई होनी चाहिए।
- चोरी नियंत्रण के लिए सीसीटीवी, गश्त और सामाजिक भागीदारी बढ़ाएँ।
- सामाजिक कार्यक्रमों में ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी होनी चाहिए।
अपना सुझाव, या घटना की जानकारी भेजें – बालोद की सुरक्षा और खबरों में आपका सहयोग जरूरी है!
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