भारत में दूध एक अनिवार्य खाद्य पदार्थ है जिसे लगभग हर घर में रोजाना इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन एक आम सवाल जो अक्सर पूछा जाता है: क्या पैकेट वाला दूध पीने से पहले उबालना जरूरी है? इस लेख में हम जानेंगे पाश्चुरीकृत, यूएचटी और टोंड दूध क्या होते हैं, और कौन सा दूध उबालना जरूरी है और कौन सा नहीं।
पाश्चुरीकृत और यूएचटी दूध में क्या फर्क है?
पैकेट वाले दूध पर आपने कई बार ‘पाश्चुरीकृत’, ‘टोंड’ या ‘यूएचटी’ जैसे शब्द देखे होंगे। लेकिन क्या आप इनका सही अर्थ जानते हैं?
- पाश्चुरीकृत दूध: इसे लगभग 72 डिग्री सेल्सियस तापमान पर 15 सेकंड तक गर्म किया जाता है जिससे हानिकारक बैक्टीरिया जैसे साल्मोनेला और ई. कोली नष्ट हो जाते हैं।
- यूएचटी (UHT) दूध: इस दूध को 135-150 डिग्री सेल्सियस पर कुछ सेकंड के लिए गर्म किया जाता है और इसे स्टेराइल टेट्रा पैक में पैक किया जाता है।
क्या पाश्चुरीकृत दूध को उबालना जरूरी है?
डाइटीशियन कनिका मल्होत्रा के अनुसार, यदि आपके पास सीलबंद पाश्चुरीकृत दूध है और आपने उसे रेफ्रिजरेटर में सही से रखा है, तो उसे पीने से पहले उबालने की कोई आवश्यकता नहीं है।
हालांकि अगर दूध खुल चुका है या आपको इसकी गुणवत्ता पर संदेह है, तो हल्का गर्म करना समझदारी हो सकती है।
दूध को बार-बार उबालने से क्या नुकसान हो सकता है?
मल्होत्रा बताती हैं कि बार-बार उबालने से दूध के कुछ जरूरी पोषक तत्व, जैसे:
- विटामिन B1, B2 (राइबोफ्लेविन), B6 और फोलिक एसिड
- दूध में मौजूद कुछ प्रोटीन
- वसा संरचना
प्रभावित हो सकते हैं। इन विटामिन्स की मात्रा में 36% तक की कमी देखी गई है। इसका मतलब है कि दूध की पोषण गुणवत्ता कम हो सकती है।
यूएचटी दूध: उबालें या नहीं?
यूएचटी दूध पहले ही उच्च तापमान पर प्रोसेस किया जा चुका होता है और स्टेराइल पैकेजिंग में आता है। इसलिए इसे सीधे पैक से पीना सुरक्षित है। इसे उबालने की कोई आवश्यकता नहीं होती है। हां, अगर आप गर्म दूध पसंद करते हैं, तो केवल स्वाद के लिए हल्का गर्म किया जा सकता है।
कब दूध को जरूर उबालना चाहिए?
- अगर दूध कच्चा (unpasteurized) है।
- अगर दूध खुला हुआ है और लंबे समय से बाहर रखा है।
- अगर आपको दूध के दूषित होने का संदेह है।
दूध को उबालना एक पारंपरिक आदत रही है, लेकिन बदलते समय के साथ अब हर प्रकार के दूध को उबालना जरूरी नहीं। यदि आप पाश्चुरीकृत या यूएचटी दूध खरीदते हैं और उसे सही तरीके से स्टोर करते हैं, तो बिना उबाले भी वह सुरक्षित और पोषण से भरपूर रहता है।
Disclaimer: यह जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्य के लिए है। अपने स्वास्थ्य या भोजन संबंधी निर्णयों के लिए कृपया अपने डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह लें।
लेखक: Dailyviralnewsdalli.in
श्रेणी: Health, स्वास्थ्य
तारीख: 30 अप्रैल 2025
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