मुख्य खबर
डोंडी विकासखण्ड के सुशासन तिलस में ओवरलोडिंग और लो-वोल्टेज की समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों को बड़ी राहत मिली है। बिजली विभाग द्वारा भरीटोला विद्युत उपकेन्द्र में पांच एमवीए (MVA) क्षमता के पॉवर ट्रांसफार्मर की स्थापना की गई है, जिससे आसपास के कई गांवों को स्थायी रूप से बेहतर बिजली आपूर्ति मिलेगी।
समस्या और समाधान
किसानों और ग्रामीणों को सिंचाई व घरेलू कार्यों में काफी परेशानी हो रही थी। बिजली विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए भरीटोला उपकेन्द्र में पांच एमवीए ट्रांसफार्मर स्थापित किया, जिससे ओवरलोडिंग और लो-वोल्टेज की समस्या दूर होगी।
इन गांवों को मिलेगा लाभ
स्थापना की प्रक्रिया
- ट्रांसफार्मर की स्थापना 22 मई को पूर्ण की गई।
- कुल लागत लगभग 46.63 लाख रुपये रही।
- अब 3.5 एमवीए के पुराने ट्रांसफार्मर के साथ नया पांच एमवीए ट्रांसफार्मर भी कार्य करेगा।
प्रशासन की पहल
इस कार्य को मुख्य अभियंता संजय प्रमाणिक, अधीक्षण अभियंता (प्रोजेक्ट) संजय दुर्गा, कार्यपालन अभियंता अरुण साहू, सहायक अभियंता भूपेंद्र साहू, सहायक अभियंता बालोद और उनकी टीम ने मिलकर पूरा किया।
भविष्य की योजना
बिजली विभाग ने बताया कि 2025-26 के बजट में और भी उपकेन्द्रों के सुदृढ़ीकरण की योजना बनाई जा रही है, जिससे पूरे क्षेत्र में स्थायी रूप से बेहतर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
- Q: पांच एमवीए ट्रांसफार्मर से क्या लाभ होगा?
A: इससे ओवरलोडिंग और लो-वोल्टेज की समस्या खत्म होगी, किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली मिलेगी और घरेलू उपयोग भी निर्बाध रहेगा। - Q: किन गांवों को लाभ मिलेगा?
A: भरीटोला, आदिवासी बस्ती, बुढ़गुंडर, सुरुचीनगर, कुंडरकन्हार, डोंडी, डोंडीखुर्द, गंगई, बोरगांव, मकरवाही (स), खुडियारी सहित लगभग 3000 परिवार लाभान्वित होंगे। - Q: क्या भविष्य में और उपकेन्द्रों का सुदृढ़ीकरण होगा?
A: हां, बिजली विभाग ने 2025-26 के बजट में और उपकेन्द्रों के सुदृढ़ीकरण की योजना बनाई है।
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