छत्तीसगढ़ के 6,691 गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं का बड़ा विस्तार: आदिवासी क्षेत्रों को मिलेगा विशेष लाभ
📅 प्रकाशित तिथि: 9 मई 2025
केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। राज्य के 6,691 अनुसूचित जाति (SC) और जनजाति (ST) बहुल गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं का व्यापक विस्तार किया जाएगा। यह योजना ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है। इस योजना का उद्देश्य सुदूर और पिछड़े इलाकों में रहने वाले लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है।
मुख्य बिंदु:
- कुल 6,691 गांवों को योजना के अंतर्गत कवर किया जाएगा।
- हर गांव में मोबाइल मेडिकल यूनिट और प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं स्थापित होंगी।
- सिकल सेल डिजीज जैसी बीमारियों के लिए सपोर्ट-काउंसलिंग सेंटर बनाए जाएंगे।
- स्थानीय युवाओं को स्वास्थ्य कार्यकर्ता के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा।
- महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
योजना का उद्देश्य और लाभ
ग्रामीण छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं की भारी कमी रही है, खासकर दूरदराज के आदिवासी इलाकों में। इस योजना के जरिए इन गांवों में रहने वाले लोगों को अब नजदीक ही स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी। इससे मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी, सिकल सेल जैसी बीमारियों की पहचान और इलाज जल्दी संभव होगा और ग्रामीणों को इलाज के लिए शहरों की ओर पलायन नहीं करना पड़ेगा।
सरकारी निवेश और क्रियान्वयन
इस योजना के लिए केंद्र सरकार द्वारा विशेष फंड जारी किया गया है। राज्य सरकार और स्थानीय निकाय मिलकर इन योजनाओं को ज़मीनी स्तर पर लागू करेंगे। प्रत्येक गांव में एक हेल्थ वैन और एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) बनाया जाएगा, जिसमें डॉक्टर, नर्स और फार्मासिस्ट की नियुक्ति की जाएगी।
सिकल सेल सपोर्ट-काउंसलिंग की पहल
छत्तीसगढ़ में सिकल सेल डिजीज एक गंभीर समस्या है। कई आदिवासी समुदाय इस आनुवंशिक बीमारी से प्रभावित हैं। अब प्रत्येक चयनित गांव में सिकल सेल सपोर्ट-काउंसलिंग सेंटर खोले जाएंगे, जहां मरीजों को सही जानकारी, परीक्षण और इलाज की सुविधा दी जाएगी। यह पहल देशभर में एक मॉडल बन सकती है।
स्थानीय रोजगार और सशक्तिकरण
योजना के अंतर्गत स्थानीय युवाओं को हेल्थ असिस्टेंट, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और मेडिकल स्टाफ के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा। इससे गांवों में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और समुदाय आत्मनिर्भर बनेगा।
निष्कर्ष
केंद्र सरकार की यह योजना छत्तीसगढ़ के लाखों ग्रामीणों की जीवनशैली को सकारात्मक रूप से बदल सकती है। आने वाले वर्षों में इसका असर राज्य की स्वास्थ्य रैंकिंग पर भी दिखेगा। यह पहल एक नए भारत की दिशा में बड़ा कदम है, जहां स्वास्थ्य सेवाएं हर अंतिम व्यक्ति तक पहुंचेंगी।
Source: Dainik Bhaskar
यह लेख Dailyviralnewsdalli.in द्वारा प्रस्तुत किया गया है।
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